Toll Tax : वाहन चालकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है! अब कुछ खास गाड़ियों को टोल टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने नए नियम लागू किए हैं, जिससे हजारों लोगों को फायदा मिलेगा और उनका सफर भी सस्ता हो जाएगा। अगर आप भी हाईवे पर सफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि किन गाड़ियों को टोल में छूट मिलेगी और यह नया नियम कब से लागू होगा।
सरकार का बड़ा फैसला – टोल में छूट
केंद्र सरकार ने टोल टैक्स को लेकर वाहन मालिकों को राहत देने का एक अहम फैसला लिया है। सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने नए नियमों को लागू किया है, जिनके तहत कुछ खास परिस्थितियों में निजी वाहन चालकों को टोल टैक्स से छूट मिलेगी। लेकिन, इस छूट का फायदा उठाने के लिए आपके वाहन में ग्लोबल नेविगेशन सप्लाई सिस्टम (GNSS) का होना जरूरी होगा। यह नई तकनीक सफर को आसान बनाएगी और टोल बूथ पर लगने वाली भीड़ भी कम होगी।
20 किलोमीटर तक सफर फ्री
सरकार के इस नए नियम के अनुसार, अगर कोई वाहन चालक नेशनल हाईवे या एक्सप्रेसवे पर सिर्फ 20 किलोमीटर के दायरे में सफर करता है, तो उसे कोई भी टोल टैक्स नहीं देना होगा। यानी अगर आपका सफर छोटा है, तो टोल देने की कोई झंझट नहीं! हालांकि, इसके लिए जरूरी होगा कि आपके वाहन में GNSS सिस्टम एक्टिव हो।
अगर आपकी यात्रा 20 किलोमीटर से ज्यादा की है, तो आपको सिर्फ तय की गई दूरी का ही टोल टैक्स देना होगा। इससे उन लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा, जो रोजमर्रा के काम के लिए कम दूरी के हाईवे सफर करते हैं। अब उन्हें बेवजह पूरे टोल प्लाजा का भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
अभी सिर्फ दो हाईवे पर लागू
सरकार ने इस नए सिस्टम को फिलहाल पूरे देश में लागू नहीं किया है। फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दो हाईवे पर शुरू किया गया है –
- कर्नाटक का नेशनल हाईवे-275
- हरियाणा का नेशनल हाईवे-709
अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है, तो आने वाले समय में इसे पूरे देश के हाईवे पर लागू किया जाएगा। यानी जल्द ही सभी वाहन मालिकों को इसका फायदा मिलने लगेगा।
डिजिटल टोल कलेक्शन की ओर एक और कदम
सरकार टोल वसूली को पूरी तरह डिजिटल बनाने की कोशिश में लगी है। पहले फास्टैग लाकर टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से राहत दी गई थी और अब GNSS सिस्टम से सफर को और भी आसान किया जा रहा है। इस नई तकनीक के जरिए टोल की गणना सीधे आपके वाहन के मूवमेंट के आधार पर होगी, जिससे आपको सिर्फ उतनी ही दूरी का भुगतान करना होगा, जितनी आपने यात्रा की है।
वाहन चालकों को होगा सीधा फायदा
- छोटे सफर के लिए अब टोल नहीं देना होगा
- टोल प्लाजा पर लगने वाली भीड़ कम होगी
- फास्टैग से भी ज्यादा एडवांस सिस्टम मिलेगा
- यात्रा में खर्च कम होगा, जिससे वाहन मालिकों को राहत मिलेगी
- डिजिटल टोल कलेक्शन से बेवजह का समय बर्बाद नहीं होगा
कब से लागू होगा यह नियम
फिलहाल, यह नियम दो हाईवे पर टेस्टिंग के लिए लागू किया गया है। अगर यह सफल होता है, तो आने वाले महीनों में इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। सरकार चाहती है कि टोल सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाए, जिससे किसी को भी अनावश्यक भुगतान न करना पड़े।
तो अगर आप भी रोज़ाना हाईवे पर सफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बड़ी राहत लेकर आई है। अब बस GNSS सिस्टम को अपनाएं और बिना किसी झंझट के अपने सफर का आनंद लें।
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