Petrol Diesel Price : अगर आप अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराने का सोच रहे हैं, तो एक बार पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट जरूर चेक कर लीजिए। 30 जनवरी 2025 को भी तेल कंपनियों (IOC, BPCL, HPCL) ने फ्यूल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी आम आदमी को अब भी कोई राहत नहीं मिली और जेब पर खर्च बढ़ता ही जा रहा है।
आपके शहर में कितना है पेट्रोल-डीजल का दाम
भारत में हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फर्क होता है। चलिए जानते हैं, कुछ प्रमुख शहरों में आज के ताजा भाव:
- दिल्ली: पेट्रोल ₹94.77, डीजल ₹87.67
- प्रयागराज: पेट्रोल ₹94.77, डीजल ₹87.92
- मुंबई: पेट्रोल ₹106.31, डीजल ₹94.27
- पोर्ट ब्लेयर: पेट्रोल ₹82.46 (सबसे सस्ता), डीजल ₹78.05
- आंध्र प्रदेश: पेट्रोल ₹108.35, डीजल ₹95.95
- केरल: पेट्रोल ₹107.30, डीजल ₹96.22
यानि पोर्ट ब्लेयर में सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल मिल रहा है, जबकि आंध्र प्रदेश और केरल में रेट काफी ज्यादा हैं।
दुनिया में कहां सबसे महंगा और सबसे सस्ता पेट्रोल
अब अगर बाकी दुनिया की बात करें तो कुछ देशों में पेट्रोल इंडिया से बहुत महंगा है, तो कहीं पानी से भी सस्ता!
सबसे महंगे पेट्रोल वाले देश
- हांगकांग – ₹300 प्रति लीटर
- नॉर्वे – ₹180 प्रति लीटर
- डेनमार्क – ₹175 प्रति लीटर
सबसे सस्ते पेट्रोल वाले देश
- ईरान – ₹2.47 प्रति लीटर
- लीबिया – ₹2.64 प्रति लीटर
- वेनेजुएला – ₹3 प्रति लीटर
- अंगोला – ₹28.43 प्रति लीटर
ईरान और वेनेजुएला में तेल इतना सस्ता इसलिए है क्योंकि वहां की सरकार जबरदस्त सब्सिडी देती है और उनके पास कच्चे तेल का अच्छा-खासा भंडार है।
भारत में पेट्रोल-डीजल इतना महंगा क्यों
अब सवाल उठता है कि जब ग्लोबल मार्केट में तेल सस्ता हो रहा है, तो भारत में दाम कम क्यों नहीं होते? इसके पीछे कई वजहें हैं:
टैक्स और एक्साइज ड्यूटी
- भारत में पेट्रोल और डीजल पर भारी टैक्स लगता है
- किसी भी लीटर ईंधन की कीमत का बड़ा हिस्सा सरकार के खाते में चला जाता है
रुपये की गिरती कीमत
- कच्चे तेल का आयात डॉलर में होता है
- अगर रुपया कमजोर होता है, तो भारत को तेल खरीदने में ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं
रिफाइनरी और डिस्ट्रीब्यूशन कॉस्ट
- कच्चे तेल को प्रोसेस करने और मार्केट तक पहुंचाने में काफी खर्च होता है
- इसकी वजह से दाम और बढ़ जाते हैं
राज्यों का अलग-अलग VAT
- हर राज्य अपने हिसाब से वैट (VAT) और अन्य टैक्स लगाता है
- इसी कारण हर राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग-अलग होते हैं
क्या पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा
फिलहाल, सरकार ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि पेट्रोल-डीजल के दाम जल्द घटेंगे। हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आई है, लेकिन भारत में टैक्स सिस्टम और अन्य वजहों के कारण फ्यूल के दाम जस के तस बने हुए हैं।
इसके अलावा, कई देशों में सरकारें फ्यूल सब्सिडी खत्म कर रही हैं, जिससे दाम और ज्यादा बढ़ सकते हैं। अगर भारत में सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम नहीं की, तो आम जनता को जल्दी कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
कैसे बचा सकते हैं फ्यूल खर्च
अगर आपको पेट्रोल-डीजल के बढ़ते खर्च से परेशानी हो रही है, तो आप कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं:
- कार-पूलिंग करें: अगर आप रोजाना अपनी कार से ऑफिस जाते हैं, तो दोस्तों या सहकर्मियों के साथ शेयर करें
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें: जब भी संभव हो, बस, मेट्रो या लोकल ट्रेन से सफर करें
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) पर स्विच करें: पेट्रोल और डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक गाड़ियों की तरफ बढ़ें। इससे लंबे समय में काफी बचत होगी
- इंजन की रेगुलर सर्विसिंग कराएं: आपकी गाड़ी का इंजन अगर सही कंडीशन में रहेगा, तो माइलेज बढ़ेगा और फ्यूल खर्च कम होगा
फिलहाल, पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई राहत नहीं मिल रही है। ग्लोबल मार्केट में तेल सस्ता जरूर हुआ है, लेकिन भारतीय टैक्स स्ट्रक्चर और अन्य फैक्टर्स के कारण कीमतें कम होने की संभावना कम ही लग रही है। जब तक सरकार टैक्स कम नहीं करती या कोई और राहत पैकेज नहीं लाती, तब तक हमें महंगे फ्यूल की आदत डालनी पड़ेगी।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।