LPG Gas Cylinder Price : केंद्रीय बजट 2025 से पहले तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम हल्के से घटा दिए हैं। 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 7 रुपये की कटौती की गई है। हालांकि, घरेलू गैस सिलेंडर के दाम जस के तस बने हुए हैं।
नए रेट क्या हैं
अगर आप होटल, ढाबा या कोई अन्य बिजनेस चलाते हैं, जहां कमर्शियल गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है, तो आपके लिए थोड़ी राहत है। दिल्ली में अब 19 किलो का कमर्शियल सिलेंडर 1,797 रुपये में मिलेगा, जो पहले 1,804 रुपये का था। दूसरे बड़े शहरों में नई कीमतें कुछ इस तरह हैं:
- कोलकाता: 1,911 रुपये
- मुंबई: 1,756 रुपये
- चेन्नई: 1,966 रुपये
ये बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों के उतार-चढ़ाव के चलते किए गए हैं।
ATF के दाम में 5.6% की बढ़ोतरी
जहां कमर्शियल गैस सिलेंडर सस्ता हुआ है, वहीं एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) यानी हवाई जहाज के ईंधन की कीमत 5.6% बढ़ गई है। इसका असर हवाई यात्रा की लागत पर पड़ेगा और टिकट महंगे हो सकते हैं। नई कीमतें इस तरह हैं:
- दिल्ली: 95,533.72 रुपये प्रति किलोलीटर
- मुंबई: 89,318.90 रुपये प्रति किलोलीटर (पहले 84,511.93 रुपये)
घरेलू गैस और पेट्रोल-डीजल की कीमतें वही बनीं
अगर आप उम्मीद कर रहे थे कि घरेलू गैस सिलेंडर या पेट्रोल-डीजल के दाम घटेंगे, तो फिलहाल ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
- दिल्ली में 14.2 किलो गैस सिलेंडर: 803 रुपये
- पेट्रोल: 94.72 रुपये प्रति लीटर
- डीजल: 87.62 रुपये प्रति लीटर
आखिरी बार मार्च 2024 में आम चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। तब से अब तक इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव का ट्रेंड
पिछले कुछ महीनों में ईंधन की कीमतों में लगातार बदलाव देखा गया है:
- 1 जनवरी 2025: कमर्शियल गैस सिलेंडर 14.5 रुपये सस्ता हुआ
- 1 नवंबर 2024: ATF की कीमतों में 3.3% (2,941.5 रुपये/किलोलीटर) का इजाफा
- 1 दिसंबर 2024: ATF में 1.45% (1,318.12 रुपये/किलोलीटर) की बढ़ोतरी
- 1 जनवरी 2025: ATF के दाम में 1.5% की कटौती, लेकिन फरवरी में फिर 5.6% की बढ़ोतरी
भारत में ईंधन की कीमतें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) जैसी सरकारी तेल कंपनियां तय करती हैं। हर महीने की पहली तारीख को LPG और ATF की कीमतों में संशोधन होता है।
आखिर ईंधन की कीमतें कैसे तय होती हैं
अगर आप सोच रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतें क्यों बढ़ती या घटती हैं, तो इसका जवाब इन फैक्टर्स पर निर्भर करता है:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम – अगर क्रूड ऑयल महंगा हुआ तो पेट्रोल-डीजल भी महंगा होगा
- डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति – रुपये की कमजोरी भी कीमतों को प्रभावित करती है
- सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स और शुल्क – एक्साइज ड्यूटी और वैट का असर भी कीमतों पर पड़ता है
- घरेलू मांग और सप्लाई – सप्लाई चेन में दिक्कतें भी कीमतों को प्रभावित करती हैं
होटल-रेस्तरां को थोड़ी राहत
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम घटने से होटल, रेस्तरां और कैटरिंग बिजनेस को थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन सिर्फ 7 रुपये की कटौती से बहुत बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा।
हवाई सफर होगा महंगा
ATF के दाम बढ़ने से हवाई किराए में इजाफा संभव है। एयरलाइंस कंपनियां बढ़ी हुई लागत का बोझ यात्रियों पर डाल सकती हैं, जिससे फ्लाइट टिकट महंगे हो सकते हैं।
आगे क्या हो सकता है
बजट 2025 से पहले सरकार आम जनता को राहत देने के लिए कुछ बड़े फैसले ले सकती है। हो सकता है कि घरेलू गैस सिलेंडर पर सब्सिडी बढ़े या पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए जाएं। आने वाले महीनों में ईंधन की कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।