FD Investment Tips : आजकल ज्यादातर लोग अपनी बचत को सुरक्षित रखने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को एक बेहतरीन ऑप्शन मानते हैं। ये निवेश का एक सुरक्षित तरीका भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 5 लाख से ज्यादा की FD करना आपके लिए रिस्की हो सकता है? जी हां, अगर बैंक डूब जाता है तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये तक ही वापस मिलेंगे। इसलिए, FD में पैसा लगाने से पहले कुछ जरूरी नियम जान लेना फायदेमंद रहेगा।
1. FD में 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर
अगर आप बैंक में FD करवा रहे हैं, तो यह ध्यान रखें कि 5 लाख रुपये तक की जमा राशि “डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC)” के तहत सुरक्षित रहती है। यानी अगर बैंक दिवालिया हो जाता है, तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये तक की रकम मिलेगी। अगर आपने 10 लाख रुपये जमा किए हैं और बैंक डूब गया, तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये मिलेंगे, बाकी डूब जाएंगे। पहले यह बीमा कवर सिर्फ 1 लाख रुपये तक था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया है।
2. ज्यादा पैसे लगाने पर बढ़ सकता है नुकसान!
अगर आपने 10 लाख रुपये की FD करवाई है और बैंक दिवालिया हो जाता है, तो आपका आधा पैसा डूब सकता है। बैंक में जमा केवल 5 लाख रुपये ही इंश्योर्ड होते हैं। इसलिए, अगर आप ज्यादा रकम निवेश करना चाहते हैं तो इसे अलग-अलग बैंकों में बांटकर FD करवाएं, ताकि आपका पूरा पैसा सुरक्षित रहे।
3. FD निवेश से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
गारंटीड रिटर्न का फायदा
FD को सुरक्षित निवेश इसलिए माना जाता है क्योंकि इसमें आपको पहले से ही पता होता है कि आपको कितने समय बाद कितना पैसा मिलेगा। यह निश्चित रिटर्न देने वाला निवेश होता है, जहां बाजार की अस्थिरता का असर नहीं पड़ता। अलग-अलग बैंकों में FD की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं, इसलिए निवेश करने से पहले ब्याज दर जरूर चेक करें। कुछ बैंक सीनियर सिटिजन्स को अधिक ब्याज देते हैं, जिससे उन्हें ज्यादा रिटर्न मिलता है।
कितने समय के लिए करवा सकते हैं FD?
बैंक 7 दिन से लेकर 10 साल तक की FD की सुविधा देते हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से FD की अवधि चुन सकते हैं। अगर आपको अपने पैसे की जरूरत कुछ सालों बाद होगी, तो उसी हिसाब से आप FD का टेन्योर चुन सकते हैं। लंबे समय के लिए FD करने पर ब्याज दरें अधिक मिल सकती हैं, जिससे रिटर्न भी ज्यादा होगा। कुछ बैंकों में ऑटो-रिन्युअल का ऑप्शन भी होता है, जिससे आपकी FD बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ सकती है।
ब्याज दरें और बढ़ता पैसा
FD में न केवल आपको ब्याज मिलता है बल्कि कंपाउंडिंग के कारण ब्याज पर भी ब्याज मिलता है, जिससे आपका पैसा धीरे-धीरे बढ़ता रहता है। कंपाउंडिंग की वजह से ज्यादा समय तक निवेश करने पर ब्याज दरों का फायदा और अधिक बढ़ जाता है। निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि वे विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें और सबसे अधिक रिटर्न देने वाले बैंक में निवेश करें।
पैसे की जरूरत हो तो FD तुड़वाने की जरूरत नहीं
अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए, तो आपको FD तुड़वाने की जरूरत नहीं है। आप अपनी FD पर लोन भी ले सकते हैं। बैंक आपको FD का 90-95% तक लोन दे सकते हैं। हालांकि, इस पर मिलने वाली ब्याज दर आपकी FD की ब्याज दर से 1% ज्यादा होगी। यह सुविधा आपको अपनी जमा राशि सुरक्षित रखते हुए जरूरत पड़ने पर लिक्विडिटी का लाभ देती है। FD पर लोन लेने से आपको कम ब्याज दर पर ऋण मिल जाता है, जो अन्य व्यक्तिगत ऋणों की तुलना में किफायती हो सकता है।
FD पर टैक्स छूट का फायदा
अगर आप 5 साल या उससे ज्यादा की FD कराते हैं, तो आपको 80C के तहत टैक्स छूट भी मिल सकती है। 5 लाख तक की FD पर आपको किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा। हालांकि, यह छूट केवल टैक्स-सेविंग FD पर ही लागू होती है। अन्य FD योजनाओं में मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लागू हो सकता है, इसलिए निवेश करने से पहले इन नियमों को अच्छी तरह समझ लेना जरूरी होता है।
सीनियर सिटिजन्स को ज्यादा फायदा
अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं, तो आपको आम ग्राहकों के मुकाबले 0.25% से 0.50% तक ज्यादा ब्याज मिलता है। कुछ बैंक 80 साल से ऊपर के लोगों को और भी ज्यादा ब्याज देते हैं, जिससे उन्हें अच्छा रिटर्न मिलता है और उनका भविष्य सुरक्षित रहता है। सीनियर सिटिजन्स के लिए कुछ विशेष FD योजनाएं भी होती हैं, जिनमें अधिक ब्याज दरें और अधिक लचीलापन दिया जाता है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर वे अपनी बचत को बेहतर तरीके से बढ़ा सकते हैं।
अगर आप FD में निवेश कर रहे हैं, तो हमेशा 5 लाख रुपये तक की सीमा का ध्यान रखें। अगर आपके पास ज्यादा पैसा है, तो इसे अलग-अलग बैंकों में बांटकर FD करवाएं ताकि आपका पूरा पैसा सुरक्षित रहे। साथ ही, FD करवाने से पहले ब्याज दरें और टैक्स छूट के नियमों को अच्छे से समझ लें। सही प्लानिंग के साथ किया गया निवेश ही आपको ज्यादा फायदा पहुंचाएगा!
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।