FASTag New Rules : अगर आप भी हाईवे पर गाड़ी दौड़ाते हैं और FASTag इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है! भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने FASTag से जुड़े नए नियम लागू कर दिए हैं। इन बदलावों के बाद अब आपको डबल पेनल्टी का डर नहीं रहेगा और ट्रांजैक्शन से जुड़ी दिक्कतें भी कम होंगी। चलिए जानते हैं कि आखिर ये नया सिस्टम आपके लिए कितना फायदेमंद साबित होने वाला है।
अब FASTag ब्लैकलिस्ट हुआ तो नहीं कटेगा ज्यादा पैसा
पहले अगर आपके FASTag में बैलेंस कम होता या टैग ब्लैकलिस्ट हो जाता, तो टोल प्लाजा पर डबल पेनल्टी लगती थी। यानी, गलती चाहे आपकी हो या नहीं, जेब जरूर ढीली हो जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा! नए नियमों के तहत, अगर आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड है, बैलेंस कम है, या टोल प्लाजा पर आने से ठीक 60 मिनट पहले हॉटलिस्ट हुआ है, तो आपको डबल चार्ज नहीं देना पड़ेगा।
NPCI ने साफ कर दिया है कि अगर किसी कारण से FASTag का स्टेटस 10 मिनट तक वैसा ही रहता है, तो ट्रांजैक्शन अपने आप अमान्य कर दिया जाएगा। यानी, आपके खाते से कोई गलत चार्ज नहीं कटेगा।
ग्राहकों पर कोई सीधा असर नहीं
अब ऐसा मत सोचिए कि आपको कोई नया प्रोसेस अपनाना पड़ेगा। NHAI ने साफ कर दिया है कि ये बदलाव सीधे तौर पर FASTag यूजर्स पर असर नहीं डालेंगे, बल्कि बैंकों के लिए हैं ताकि ट्रांजैक्शन से जुड़ी दिक्कतें खत्म की जा सकें।
अब और तेज़ होगा FASTag ट्रांजैक्शन
कभी-कभी ऐसा होता है कि टोल प्लाजा पर आपका FASTag सही से काम नहीं करता या ट्रांजैक्शन में देरी हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है।
NHAI ने अब सभी नेशनल हाईवे टोल प्लाजा को ICD 2.5 प्रोटोकॉल में अपग्रेड कर दिया है।
ये ICD 2.5 प्रोटोकॉल है क्या
साधारण भाषा में समझें, तो ये एक एडवांस सिस्टम है, जिससे आपका FASTag रियल-टाइम अपडेट होगा। पहले कभी-कभी डेटा अपडेट होने में वक्त लगता था, जिससे दिक्कतें आती थीं, लेकिन अब ये समस्या नहीं होगी।
स्टेट हाईवे पर अभी पुरानी तकनीक
अगर आप सोच रहे हैं कि ये नया सिस्टम स्टेट हाईवे पर भी लागू हो गया है, तो थोड़ा रुकिए! अभी कई स्टेट हाईवे टोल प्लाजा पुराने ICD 2.4 प्रोटोकॉल पर काम कर रहे हैं, जिसमें डेटा अपडेट होने में ज्यादा समय लगता है।
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! NHAI ने कहा है कि धीरे-धीरे स्टेट हाईवे को भी अपग्रेड किया जाएगा, जिससे FASTag ट्रांजैक्शन और स्मूद हो सके।
FASTag यूजर्स इन बातों का रखें ध्यान
अब जब सिस्टम अपग्रेड हो चुका है, तो आपको भी कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि टोल प्लाजा पर कोई परेशानी न हो। NHAI ने FASTag यूजर्स के लिए कुछ खास टिप्स दिए हैं:
- FASTag वॉलेट को UPI या बैंक अकाउंट से लिंक करें: सफर के बीच में बैलेंस खत्म होने की टेंशन नहीं लेना चाहते? तो FASTag को UPI या बैंक खाते से लिंक कर लें और ऑटो-रिचार्ज का ऑप्शन ऑन कर दें
- समय पर FASTag रिचार्ज करें: “अरे यार, बैलेंस भूल गया!” टोल प्लाजा पर खड़े होकर ऐसा न कहें। बेहतर होगा कि यात्रा से पहले ही UPI, नेट बैंकिंग या किसी अन्य ऑनलाइन मोड से FASTag रिचार्ज कर लें
- ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक करते रहें: अगर आपको लग रहा है कि आपका FASTag सही से काम कर रहा है या नहीं, तो समय-समय पर ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक करते रहें। इससे पहले ही आपको पता चल जाएगा कि सब ठीक है या कोई समस्या आ सकती है
- ब्लैकलिस्ट और हॉटलिस्ट का ध्यान रखें: अगर आपका FASTag पहले से ब्लैकलिस्टेड या हॉटलिस्टेड है, तो ट्रांजैक्शन फेल हो सकता है। सफर से पहले FASTag स्टेटस जरूर चेक कर लें
अब जब नए नियम लागू हो चुके हैं, तो हाईवे पर सफर और भी आसान और स्मूद हो जाएगा। बस अपने FASTag का सही इस्तेमाल करें और बिना किसी टेंशन के अपनी यात्रा का मजा लें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।