Bank FD Scheme – अगर आप बैंक FD (Fixed Deposit) को 100% सुरक्षित निवेश मानते हैं, तो जरा रुकिए! भले ही FD को ग्रांटेड इनकम और लो-रिस्क इन्वेस्टमेंट माना जाता है, लेकिन इसमें भी कुछ रिस्क फैक्टर होते हैं। FD में पैसा लगाने से पहले इनसे जुड़ी अहम बातें जानना बहुत जरूरी है। तो चलिए, जानते हैं पूरी डिटेल!
क्या बैंक FD में पैसा 100% सुरक्षित है?
भारत में ज़्यादातर लोग बैंक FD को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प मानते हैं। क्योंकि इसमें –
✅ निश्चित ब्याज दर मिलती है – यानी मार्केट गिरने या चढ़ने से आपका ब्याज नहीं बदलता।
✅ बैंक की गारंटी होती है – आपकी राशि एक तय समय के लिए बैंक में सुरक्षित रहती है।
✅ रिस्क कम होता है – शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड जैसी अस्थिरता नहीं रहती।
लेकिन क्या वाकई बैंक FD 100% सेफ है? 🤔 जवाब है – नहीं! बैंक FD में भी कुछ रिस्क जुड़े होते हैं, जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है।
1️⃣ महंगाई का असर – FD पर रिटर्न घट सकता है!
अगर महंगाई (Inflation) ज्यादा बढ़ गई और FD पर मिलने वाला ब्याज कम रहा, तो आपका असल रिटर्न नेगेटिव हो सकता है!
🧐 उदाहरण:
- मान लीजिए, आपकी FD पर ब्याज दर 6% है।
- लेकिन महंगाई दर 7% हो गई।
- तो असल में आपका रिटर्न 0% या नेगेटिव भी हो सकता है!
मतलब, FD में पैसा तो बढ़ेगा, लेकिन पैसे की वैल्यू घट जाएगी!
2️⃣ बैंक FD में 100% पैसा सुरक्षित नहीं!
लोग सोचते हैं कि बैंक FD का पैसा पूरी तरह सेफ है, लेकिन अगर बैंक डिफॉल्ट कर जाए, तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये तक की गारंटी मिलेगी!
🔹 RBI के नियमों के अनुसार, बैंक में जमा हर ग्राहक की 5 लाख रुपये तक की राशि ही इंश्योर्ड होती है।
🔹 अगर बैंक बंद हो जाता है या दिवालिया हो जाता है, तो आपको सिर्फ ₹5,00,000 तक ही वापस मिलेगा, चाहे आपकी FD कितनी भी बड़ी हो!
🔹 यह नियम डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) के तहत लागू होता है।
तो अगर आपने एक ही बैंक में 10 लाख, 20 लाख या उससे ज्यादा की FD कर रखी है, तो यह रिस्क में पड़ सकती है!
3️⃣ बैंक के फाइनेंशियल हालत पर असर!
भारत में सभी बैंक RBI के नियमों के तहत काम करते हैं। लेकिन अगर किसी बैंक की फाइनेंशियल स्थिति खराब हो जाती है, तो RBI उस पर पाबंदी लगा सकता है!
🔹 क्या होता है जब बैंक पर पाबंदी लगती है?
Also Read:

- बैंक ग्राहकों को पैसा निकालने से रोक सकता है।
- आपके पैसे फंस सकते हैं, और निकालने में लंबा समय लग सकता है।
- कुछ मामलों में, ग्राहकों को पूरा पैसा वापस नहीं भी मिल सकता।
🔹 ऐसे कई उदाहरण हैं!
- PMC बैंक (Punjab & Maharashtra Co-operative Bank) घोटाले में ग्राहकों का पैसा अटक गया था।
- YES Bank की फाइनेंशियल स्थिति खराब हुई थी, और RBI को दखल देना पड़ा।
इसलिए, FD करने से पहले हमेशा बैंक की फाइनेंशियल स्थिति जरूर जांचें।
4️⃣ ब्याज दर फिक्स – लेकिन कम हो सकती है!
बैंक FD में ब्याज दर फिक्स होती है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ –
🔹 अगर आपने 5 साल की FD कराई, और बैंक ब्याज दर घटाना शुरू कर देता है, तो आप कम ब्याज पाने लगेंगे।
🔹 छोटी अवधि की FD में यह ज्यादा दिक्कत देता है।
इसलिए, FD कराने से पहले सभी शर्तें अच्छे से समझें।
तो क्या करना चाहिए?
✅ FD जरूर करें, लेकिन स्मार्ट तरीके से!
✅ सिर्फ एक बैंक में बड़ी रकम की FD ना रखें, इसे अलग-अलग बैंकों में बांटें।
✅ महंगाई को ध्यान में रखते हुए FD के साथ अन्य इन्वेस्टमेंट ऑप्शन भी रखें।
✅ बैंक की फाइनेंशियल स्थिति और RBI के नियमों को समझें।
Also Read:

FD सेफ तो है, लेकिन कुछ रिस्क भी हैं!
🔹 बैंक FD एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है, लेकिन 100% फुलप्रूफ नहीं।
🔹 अगर बैंक डिफॉल्ट करता है, तो सिर्फ ₹5 लाख तक का ही पैसा सेफ है।
🔹 महंगाई दर ज्यादा हो जाए, तो FD का रिटर्न बेकार हो सकता है।
🔹 बैंक की हालत खराब हो, तो आपके पैसे फंस सकते हैं।
तो, FD करने से पहले अच्छे से सोचें, सही बैंक चुनें, और अपने पैसे को अलग-अलग इन्वेस्टमेंट में डालें!
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।