FD Rules : अगर आप फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) में पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है। FD भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला निवेश ऑप्शन है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने पैसों को सुरक्षित रखना चाहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि FD में कुछ ऐसे फैक्टर्स भी हैं जिनके बारे में बैंक आपको नहीं बताएगा? चलिए, आसान भाषा में जानते हैं FD से जुड़ी जरूरी बातें।
FD क्यों है पहली पसंद
भारत में करोड़ों लोग अपनी बचत को FD में लगाना पसंद करते हैं। इसकी वजह है इसका सुरक्षित होना और तय ब्याज दर मिलना। जब आप किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में FD करवाते हैं, तो आप अपनी पसंद के अनुसार एक समय अवधि चुनते हैं। जब यह समय पूरा हो जाता है, तो बैंक आपको आपका मूलधन और उस पर मिला ब्याज लौटा देता है। आसान और टेंशन-फ्री!
FD में क्या कमियां हैं
हालांकि FD सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन इसमें भी कुछ कमियां हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है। अक्सर बैंक इन बातों को ज्यादा हाइलाइट नहीं करते, जिससे बाद में ग्राहकों को परेशानी हो सकती है।
1. जरूरत से पहले पैसे निकालना महंगा पड़ सकता है
FD में आपका पैसा एक निश्चित समय के लिए लॉक हो जाता है। अगर आपको बीच में पैसे की जरूरत पड़ गई और आप FD तुड़वाने का फैसला लेते हैं, तो बैंक आपसे पेनल्टी वसूल सकता है। इसका मतलब है कि आपको कम ब्याज मिलेगा या फिर बैंक आपसे कुछ चार्ज काट सकता है। इसलिए, FD कराने से पहले बैंक की शर्तें अच्छे से पढ़ लें।
2. बैंक डूबा, तो क्या होगा
यह एक बड़ा रिस्क है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। अगर बैंक दिवालिया हो जाता है, तो आपको आपकी पूरी FD राशि नहीं मिलेगी। सरकार के नियमों के मुताबिक, बैंक में जमा सिर्फ 5 लाख रुपये तक की रकम ही सुरक्षित होती है। अगर आपने 15 लाख की FD कर रखी है और बैंक डूब गया, तो आपको सिर्फ 5 लाख रुपये ही मिलेंगे, बाकी रकम का कोई भरोसा नहीं। इसलिए, बेहतर होगा कि अपनी पूरी रकम को एक ही बैंक में न रखें, बल्कि इसे अलग-अलग जगह FD में निवेश करें।
3. ब्याज दर फिक्स, फायदा लिमिटेड
FD में आपको जो ब्याज दर मिलती है, वह फिक्स होती है। अगर ब्याज दरें बढ़ भी जाएं, तो भी आपको ज्यादा ब्याज नहीं मिलेगा। वहीं, स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड या अन्य निवेश ऑप्शन्स में आपको ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना होती है। इसलिए, अगर आपका मकसद सिर्फ पैसे को सुरक्षित रखना नहीं, बल्कि अच्छा रिटर्न भी पाना है, तो FD के अलावा दूसरे ऑप्शन्स पर भी विचार करें।
FD से जुड़ी कुछ और जरूरी बातें
- ब्याज दरें हर बैंक में अलग होती हैं – किसी बैंक में आपको ज्यादा ब्याज मिल सकता है और किसी में कम। इसलिए, FD कराने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना कर लें
- सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज – अगर आपकी उम्र 60 साल से ज्यादा है, तो कई बैंक आपको सामान्य से ज्यादा ब्याज देते हैं
- टैक्स का भी रखें ध्यान – अगर आपकी FD से मिलने वाला ब्याज सालाना 40,000 रुपये (सीनियर सिटीजन के लिए 50,000 रुपये) से ज्यादा हो जाता है, तो उस पर टीडीएस (TDS) कटेगा। इससे बचने के लिए आप 15G/15H फॉर्म भर सकते हैं
FD में निवेश से पहले क्या करें
अगर आप FD में पैसा लगाने का सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें:
- FD को कई हिस्सों में बांटें – पूरी रकम एक ही FD में न लगाएं। इससे जरूरत पड़ने पर सिर्फ एक FD तोड़ सकते हैं, बाकी पर ब्याज मिलता रहेगा
- ब्याज दर की तुलना करें – किसी भी बैंक में FD करवाने से पहले अच्छी तरह से ब्याज दरें चेक करें
- FD पर टैक्स के बारे में जानें – अगर आप टैक्स सेविंग FD करा रहे हैं, तो ये 5 साल के लिए लॉक होती है और इस पर टैक्स छूट मिलती है
- बैंक की स्थिति पर ध्यान दें – जिस बैंक में FD कर रहे हैं, उसकी वित्तीय हालत चेक करें। कोई नया या कमजोर बैंक चुनने से बचें
FD निवेश का एक अच्छा तरीका है, लेकिन यह पूरी तरह से फुलप्रूफ नहीं है। अगर आप FD में पैसा लगा रहे हैं, तो इन जोखिमों को समझकर ही निवेश करें। साथ ही, FD के साथ कुछ अन्य निवेश ऑप्शन्स पर भी ध्यान दें, ताकि आपका पैसा बढ़ता रहे और सुरक्षित भी रहे।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।