RBI Loan News : अगर आपने बैंक से लोन लिया है और इसे समय से पहले बंद करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है! अब समय से पहले लोन चुकाने पर ग्राहकों को राहत मिलेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसको लेकर एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है। चलिए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
पहले लोन चुकाने वालों को राहत
RBI ने उन ग्राहकों को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है जो अपने बिजनेस लोन को समय से पहले चुकाना चाहते हैं। खासतौर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) के लिए यह खबर काफी फायदेमंद है। आरबीआई ने प्रस्ताव रखा है कि इन लोन पर लगने वाले प्री-पेमेंट चार्ज को घटाया जाए या पूरी तरह खत्म कर दिया जाए।
RBI के नए ड्राफ्ट सर्कुलर के मुताबिक, टियर-1 और टियर-2 सहकारी बैंक और शुरुआती स्तर के NBFC (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां) अब लोगों और MSME सेक्टर के फ्लोटिंग रेट लोन पर कोई प्री-पेमेंट चार्ज या पेनल्टी नहीं लगाएंगे। यानी, अगर आपने फ्लोटिंग रेट पर बिजनेस लोन लिया है, तो आप इसे जल्दी चुकाने पर किसी तरह का अतिरिक्त चार्ज नहीं देंगे।
7.50 करोड़ तक के लोन पर लागू होगा नियम
आरबीआई के इस नियम का फायदा उन कर्जदारों को मिलेगा जिनका लोन 7.50 करोड़ रुपये तक की सीमा में आता है। मझोले उद्यमों (Medium Enterprises) के लिए भी यह राहत लागू होगी। मौजूदा नियमों के तहत कुछ खास कैटेगरी की रेगुलेटेड संस्थाओं को पर्सनल लोन के मामले में प्री-पेमेंट चार्ज लगाने की इजाजत नहीं थी, लेकिन अब यह छूट बिजनेस लोन पर भी लागू हो सकती है।
बैंक लोन और डिपॉजिट में गिरावट
इस बीच, RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर से दिसंबर 2024 के बीच बैंक लोन और डिपॉजिट में गिरावट दर्ज की गई है। जहां सितंबर 2024 तिमाही में बैंक लोन ग्रोथ 12.6% थी, वहीं दिसंबर 2024 तिमाही में यह घटकर 11.8% रह गई।
डिपॉजिट ग्रोथ की बात करें तो यह सितंबर तिमाही में 11.7% थी, जो दिसंबर तिमाही में गिरकर 11% रह गई। हालांकि, पर्सनल लोन सेक्टर की सालाना ग्रोथ 13.7% पर बनी रही, जो दर्शाता है कि लोग अभी भी पर्सनल लोन लेना पसंद कर रहे हैं।
बिजनेस लोन में बढ़ोतरी
बिजनेस और फाइनेंस सेक्टर के लिए राहत की बात यह है कि 2024-25 की तीसरी तिमाही में व्यापार, वित्त और प्रोफेशनल सेवाओं के लिए बैंक लोन में तेजी से इजाफा हुआ है। इससे पिछली तिमाही में यह सिर्फ 0.3% की दर से बढ़ रहा था, लेकिन अब इसमें उछाल देखने को मिला है।
आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बैंकों ने कुल लोन में से आधे से ज्यादा लोन पर 8% से 10% की ब्याज दर लगाई है। वहीं, करीब 16% लोन 8% से कम ब्याज दर पर दिए गए, जबकि बाकी लोन 10% या उससे ज्यादा ब्याज दर पर जारी किए गए।
क्या आपको फायदा मिलेगा
अगर आपने बिजनेस के लिए फ्लोटिंग रेट लोन लिया है और आप इसे समय से पहले चुकाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। RBI का यह कदम खासतौर पर MSME सेक्टर, स्टार्टअप्स और छोटे कारोबारियों के लिए राहत लेकर आया है, क्योंकि इससे उन्हें प्री-पेमेंट चार्ज का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
इसके अलावा, अगर आप लोन लेने का प्लान बना रहे हैं, तो मौजूदा ब्याज दरों को ध्यान में रखते हुए सही फैसला लें। अगले कुछ महीनों में RBI की नई गाइडलाइन लागू होने के बाद लोन प्री-पेमेंट करना और आसान हो जाएगा।
नतीजा
समय से पहले लोन चुकाने पर अब अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ेगा – यह बिजनेस कम्युनिटी और छोटे उद्यमियों के लिए बड़ी राहत है। वहीं, बैंक लोन ग्रोथ में गिरावट जरूर आई है, लेकिन बिजनेस लोन की मांग बढ़ रही है। आने वाले महीनों में बैंकिंग सेक्टर में क्या बदलाव होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।
अगर आप भी बैंक से लोन लिए हुए हैं, तो इस नए नियम का फायदा जरूर उठाएं।
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