Petrol Diesel Price : पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा सुर्खियों में रहती हैं, क्योंकि इसका सीधा असर हमारी जेब और रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ता है। अगर पेट्रोल-डीजल सस्ता हो जाए, तो राहत मिलती है, और अगर महंगा हो जाए, तो खर्च बढ़ जाता है। इस बार 18 फरवरी 2025 से नए रेट लागू हो रहे हैं, लेकिन क्या वाकई कुछ बड़ा बदलाव हुआ है? आइए जानते हैं ताजा अपडेट।
पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट क्या हैं?
तेल कंपनियों ने 18 फरवरी से नए रेट जारी कर दिए हैं, लेकिन दामों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर धीरे-धीरे देखने को मिल सकता है। फिलहाल, देशभर के कुछ बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम इस तरह हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
पटना | 105.18 | 92.04 |
चंडीगढ़ | 94.24 | 82.40 |
दाम स्थिर क्यों हैं
पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई खास बदलाव न होने की कुछ वजहें हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता – कच्चे तेल की कीमतें हाल ही में $71-$75 प्रति बैरल के बीच बनी हुई हैं, जिससे घरेलू बाजार पर ज्यादा असर नहीं पड़ा
- सरकार की कर नीति – फिलहाल, सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है
- डिमांड-सप्लाई बैलेंस – फिलहाल ईंधन की मांग और सप्लाई का संतुलन बना हुआ है, जिससे कीमतें स्थिर बनी हुई हैं
- बजट का असर – केंद्रीय बजट पेश होने के बाद भी सरकार ने ईंधन दरों को स्थिर बनाए रखा है
पिछली बार कब बदले थे पेट्रोल-डीजल के दाम
मार्च 2024 में आखिरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ था। उस समय तेल कंपनियों ने ₹2 प्रति लीटर तक की कटौती की थी। इसके बाद से ही दाम स्थिर बने हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का क्या असर पड़ेगा
ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें भारत के ईंधन बाजार को प्रभावित करती हैं। हाल ही में क्रूड ऑयल की कीमत $71 प्रति बैरल तक गिर गई है, जो पिछले कुछ महीनों के मुकाबले कम है। अगर यह ट्रेंड जारी रहता है, तो आगे चलकर भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के रेट अलग क्यों होते हैं
आपने गौर किया होगा कि हर शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग होती हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स। कुछ राज्यों में वैट ज्यादा होता है, जिससे वहां ईंधन महंगा हो जाता है।
क्या करें उपभोक्ता
अगर पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर हैं, तो आपको कुछ स्मार्ट स्टेप्स लेने चाहिए:
- ईंधन की बचत करें – गाड़ी की सर्विसिंग समय पर कराएं, एयर प्रेशर सही रखें और बेवजह एक्सीलरेटर न दबाएं। इससे माइलेज बढ़ेगा और खर्च कम होगा
- दैनिक अपडेट चेक करें – हर दिन तेल कंपनियां नए रेट जारी करती हैं, इसलिए रोजाना अपने शहर के रेट चेक करें
- सरकारी नीतियों पर नजर रखें – अगर सरकार भविष्य में टैक्स कम करती है या किसी तरह की सब्सिडी देती है, तो ईंधन सस्ता हो सकता है
आगे क्या हो सकता है
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें और नीचे जाती हैं, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल के दाम घट सकते हैं। इसके अलावा, अगर सरकार टैक्स में कटौती करती है, तो लोगों को और राहत मिल सकती है। फिलहाल, दाम स्थिर हैं, लेकिन आगे क्या होता है, यह देखने वाली बात होगी।
तो फिलहाल, राहत की बात यह है कि दाम बढ़े नहीं हैं, और अगर इंटरनेशनल मार्केट में गिरावट जारी रहती है, तो हमें जल्द ही और सस्ती कीमतें देखने को मिल सकती हैं।
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