Two Famous Bank Closed : हाल ही में भारत में दो चर्चित बैंक बंद हो गए हैं, जिससे जमाकर्ताओं में चिंता का माहौल बन गया है। यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है और लोग जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इन बैंकों का क्या हुआ और कैसे उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। तो चलिए, हम आपको बताते हैं कि ये कौन से बैंक हैं, क्यों बंद हुए हैं और इससे आपको किस तरह का असर हो सकता है।
बैंकों का बंद होना: क्या कारण था
जैसा कि आप जानते हैं, हमारे देश में हर दिन नई-नई बैंकों की शुरुआत होती है और कुछ बैंकों का बंद होना भी एक आम बात है। लेकिन कुछ बैंकों को बिना लाइसेंस के चलाने के कारण और ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने की वजह से सरकार उन्हें बंद कर देती है। ऐसे बैंक ग्राहकों से बड़ी रकम वसूलते हैं और फिर फरार हो जाते हैं। जब सरकार की नजर इन बैंकों पर पड़ती है, तो रिजर्व बैंक (RBI) इन बैंकों का लाइसेंस रद्द कर देता है, और यही हाल अब हाल ही में दो बैंकों का हुआ है।
RBI ने रद्द किया दो बैंकों का लाइसेंस
अगर आप इन बैंकों के खातेधारक हैं, तो आपको झटका लग सकता है। हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित “सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड” का लाइसेंस रद्द कर दिया है। RBI का कहना है कि इस बैंक के पास ना तो पर्याप्त पूंजी है और ना ही आमदनी की कोई उम्मीद है। इसके चलते बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया और अब ये बैंक कारोबार नहीं कर सकेगा।
इतना ही नहीं, RBI ने साफ किया कि इस बैंक की मौजूदा स्थिति के कारण, बैंक अपने ग्राहकों के पैसे नहीं चुका सकता। यह खबर आने के बाद से लोगों के बीच हड़कंप मच गया है, क्योंकि कई लोग अपना पैसा इस बैंक में जमा किए हुए थे। अगर आप भी इस बैंक के खातेधारक हैं, तो आपको जल्द से जल्द जानकारी जुटानी चाहिए कि आपका पैसा सुरक्षित है या नहीं।
क्या आपके पैसे पर खतरा है
आपको जानकर खुशी होगी कि DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) इंश्योरेंस स्कीम के तहत, अगर आपके खाते में ₹5,00,000 तक जमा हैं, तो आपके पैसे सुरक्षित रहेंगे। इसका मतलब यह है कि बैंक के बंद होने के बावजूद ₹5 लाख तक की रकम सुरक्षित रहेगी। DICGC, जो भारतीय रिजर्व बैंक की सब्सिडी है, ग्राहकों के डिपॉजिट पर यह इंश्योरेंस कवर देती है। अगर आपका पैसा ₹5 लाख तक है, तो आपको घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि वो पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।
सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक का बंद होना
अब बात करते हैं कि सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक के साथ क्या हुआ। रिजर्व बैंक ने सोमवार को एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि इस बैंक का लाइसेंस 10 अक्टूबर से रद्द कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि 10 अक्टूबर के बाद से यह बैंक किसी भी प्रकार का कारोबार नहीं कर सकेगा। इस बैंक के पास न तो पर्याप्त पूंजी थी और न ही आमदनी की कोई संभावना थी, जिसके कारण यह कदम उठाया गया।
इसका सीधा असर बैंक के जमाकर्ताओं पर पड़ा है, क्योंकि बैंक की मौजूदा स्थिति में जमाकर्ताओं का पूरा पैसा वापस मिलना मुश्किल हो सकता है। अब अगर आप भी इस बैंक के ग्राहक हैं, तो आपको अपने पैसे की स्थिति का जल्द से जल्द पता करना चाहिए।
क्या करें अगर आपका पैसा इस बैंक में है
अगर आपने भी अपना पैसा इस बैंक में जमा किया हुआ है और वह ₹5 लाख से कम है, तो आपके पैसे को डीआईसीजीसी कवर करेगा और आपको पूरी रकम वापस मिल सकती है। लेकिन अगर आपकी जमा राशि ₹5 लाख से ज्यादा है, तो आपका पैसा डूबने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में आपको जल्द से जल्द बैंक के अधिकारी से संपर्क करना चाहिए और यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि आप अपना पैसा कैसे निकाल सकते हैं।
क्या होता है जब कोई बैंक बंद होता है
जब किसी बैंक का लाइसेंस रद्द किया जाता है, तो बैंक के पास उस समय जो भी जमा राशि होती है, वह पूरी तरह से ग्राहकों को वापस नहीं की जा सकती। यह तब होता है जब बैंक की स्थिति बहुत खराब हो और वह अपने ग्राहकों के पैसों का भुगतान करने में सक्षम न हो। इसके बावजूद, RBI यह सुनिश्चित करता है कि DICGC स्कीम के तहत ₹5 लाख तक की जमा राशि सुरक्षित रहे, ताकि ग्राहकों को कुछ राहत मिल सके।
अंत में, यह कह सकते हैं कि अगर आपका पैसा सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक में है, तो जल्दी से इसकी स्थिति का पता करें। अगर आपकी जमा राशि ₹5 लाख तक है, तो चिंता की बात नहीं है, क्योंकि वह सुरक्षित रहेगा। लेकिन अगर राशि इससे ज्यादा है, तो आपको जल्दी से कुछ कदम उठाने होंगे। यह घटना हमें यह भी बताती है कि हमें अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा विश्वसनीय और प्रमाणित बैंकों में ही जमा करना चाहिए।
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