Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana Update : अगर आप भी महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना (Ladli Bahana Yojana) का फायदा ले रही हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी हो सकती है। सरकार ने इस योजना से 25 हजार महिलाओं को बाहर कर दिया है, जिसका मतलब है कि इन्हें अब अगली किस्त नहीं मिलेगी। इस खबर ने कई महिलाओं को चिंता में डाल दिया है। आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और किन कारणों से महिलाओं के नाम हटाए गए।
लाडकी बहिन योजना क्यों हुई इतनी पॉपुलर
मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी। मध्य प्रदेश में इस योजना को जबरदस्त सफलता मिली, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी इसे लागू किया। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी छोटी-बड़ी जरूरतें पूरी कर सकें।
अब तक इस योजना की सात किस्तें लाभार्थी महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की जा चुकी हैं। आठवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, लेकिन इसी बीच खबर आई है कि महाराष्ट्र के लातूर जिले की 25 हजार महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया है। यह सुनकर कई महिलाओं को झटका लगा है।
आखिर 25 हजार महिलाओं को क्यों हटाया गया
महाराष्ट्र सरकार ने योजना को पारदर्शी बनाने और सही लाभार्थियों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए लाभार्थियों का वेरिफिकेशन (सत्यापन) शुरू किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लातूर जिले में 25 हजार से अधिक महिलाओं के आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। वजह यह थी कि ये महिलाएं योजना की शर्तों को पूरा नहीं कर रही थीं।
इस जिले में कुल 5 लाख से अधिक महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता मिल रही थी। लेकिन अब वेरिफिकेशन के बाद 25 हजार 136 महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया है। इसका मतलब है कि इन महिलाओं को अब अगली किस्त नहीं मिलेगी।
वेरिफिकेशन में क्या गड़बड़ियां मिलीं
सरकार को शिकायतें मिली थीं कि कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेज जमा कर योजना का लाभ उठाया है। जब जांच की गई तो पता चला कि कई महिलाओं की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से अधिक थी, जबकि योजना के तहत पात्रता सीमा इससे कम रखी गई थी। इसके अलावा कुछ महिलाओं के दस्तावेज अधूरे थे या गलत जानकारी दी गई थी। इस वजह से उनके आवेदन रद्द कर दिए गए।
लातूर जिले में योजना के पहले चरण में 3,42,152 आवेदन आए थे, जबकि दूसरे चरण में 2,50,067 आवेदन जमा हुए थे। यानी कुल मिलाकर 5.92 लाख से ज्यादा महिलाओं ने इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। अब सरकार इन आवेदनों की गहन जांच कर रही है और अपात्र लोगों को योजना से बाहर कर रही है।
पहले ही योजना से नाम हटाने की मांग
कुछ महिलाओं ने खुद ही योजना से अपना नाम हटाने का अनुरोध किया है। उन्हें डर था कि अगर उनकी अपात्रता साबित हो गई तो उन पर कोई कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसी डर से कुछ महिलाओं ने खुद को योजना से बाहर करवा लिया।
सरकार अब तक दी गई राशि वापस लेगी
यह सवाल भी उठ रहा था कि क्या सरकार उन महिलाओं से पहले दी गई राशि वापस लेगी जिनके आवेदन रद्द किए गए हैं? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार पहले दी गई राशि की वसूली नहीं करेगी। यानी, जिन महिलाओं को अब तक पैसे मिल चुके हैं, उन्हें उसे लौटाने की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने भी स्पष्ट कर दिया है कि सरकार फिलहाल योजना के नियमों में कोई बदलाव नहीं कर रही है। हालांकि, योजना को पारदर्शी बनाने के लिए वेरिफिकेशन की प्रक्रिया जारी रहेगी और अपात्र लाभार्थियों को हटाया जाता रहेगा।
अब किन्हें मिलेगा योजना का लाभ
महाराष्ट्र सरकार ने साफ कर दिया है कि योजना जारी रहेगी, लेकिन कुछ सख्त नियमों के तहत ही लाभ दिया जाएगा। अब केवल उन्हीं महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा:
- जिनकी उम्र 21 से 60 साल के बीच हो
- जिनके परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम हो
- जिनके परिवार का कोई सदस्य इनकम टैक्स नहीं भरता हो
- जिनके सभी दस्तावेज सही और पूरे हों
अगर आप भी इस योजना के तहत आवेदन करना चाहती हैं, तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपके दस्तावेज पूरे और सही हैं। अधूरे या गलत कागजात देने पर आवेदन खारिज कर दिया जाएगा और आपको योजना से बाहर कर दिया जाएगा। इसलिए आवेदन करने से पहले जरूरी दस्तावेजों की जानकारी जरूर ले लें।
अगर आप महाराष्ट्र की लाडकी बहिण योजना (Ladki Bahin Yojana) का लाभ ले रही हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत अहम है। सरकार योजना को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए वेरिफिकेशन कर रही है और फर्जी लाभार्थियों को योजना से हटा रही है। यदि आप चाहते हैं कि आपको योजना की अगली किस्त मिले, तो सुनिश्चित करें कि आप पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं और आपके सभी दस्तावेज सही हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।