Petrol Diesel Price : सुबह-सुबह पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी हुए हैं और अगर आप टंकी फुल कराने का प्लान बना रहे हैं तो पहले एक बार नए दाम जरूर चेक कर लें। हाल ही में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिसका असर अब भारतीय बाजारों पर भी पड़ने लगा है। हालांकि, बड़े शहरों यानी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम थोड़ा-थोड़ा बढ़ रहे हैं या कुछ जगहों पर कीमतों में कमी भी आई है।
कहां बदले पेट्रोल-डीजल के दाम
तेल कंपनियों की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, गाजियाबाद में पेट्रोल की कीमत 19 पैसे बढ़कर 94.89 रुपये प्रति लीटर हो गई है। वहीं, डीजल के रेट में 22 पैसे का इजाफा हुआ, जिससे अब इसकी कीमत 88.03 रुपये प्रति लीटर हो गई है। हालांकि, कुछ शहरों में कीमतों में कमी भी देखी गई है। जयपुर में पेट्रोल 10 पैसे सस्ता हुआ और अब 103.20 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है, जबकि भोपाल में डीजल की कीमत में 15 पैसे की गिरावट आई है।
इसी तरह, लखनऊ, पटना और रांची जैसे शहरों में भी पेट्रोल और डीजल के दामों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। कुछ जगहों पर कीमतें थोड़ी घटी हैं, जिससे लोगों को राहत मिली है। वहीं, कुछ शहरों में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। आम तौर पर, पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना अपडेट होती हैं और वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों के आधार पर ये बदलाव होते रहते हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
अगर ग्लोबल मार्केट की बात करें, तो यहां क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने और गिरने दोनों के कारण भारत समेत कई देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर असर पड़ रहा है। ब्रेंट क्रूड की कीमत फिलहाल 74.61 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है, जबकि WTI क्रूड भी 71.25 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने की कई वजहें हो सकती हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सप्लाई चेन में दिक्कतें, उत्पादन में कमी और वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता जैसे फैक्टर शामिल हैं।
सऊदी अरब और रूस जैसे प्रमुख तेल उत्पादक देशों के फैसले भी कच्चे तेल की कीमतों पर असर डालते हैं। यदि ये देश तेल उत्पादन में कटौती करते हैं, तो सप्लाई कम हो जाती है और कीमतें बढ़ जाती हैं। दूसरी ओर, अगर उत्पादन बढ़ता है, तो कीमतों में गिरावट आती है। फिलहाल, वैश्विक स्तर पर तेल बाजार अस्थिर बना हुआ है, जिससे भारतीय बाजार भी प्रभावित हो रहा है।
बड़े शहरों में क्या हाल है
अगर आप दिल्ली, मुंबई, चेन्नई या कोलकाता में रहते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। इन चारों बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम फिलहाल स्थिर हैं और कोई बदलाव नहीं हुआ है। इससे यह साफ पता चलता है कि सरकार और तेल कंपनियां इन बड़े बाजारों में कीमतों को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही हैं।
बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहने का कारण यह भी हो सकता है कि यहां सरकार की ओर से टैक्स और अन्य शुल्कों को लेकर बेहतर मैनेजमेंट किया जाता है। हालांकि, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में कीमतों में उतार-चढ़ाव अधिक देखने को मिलता है।
क्या आगे और बदलाव हो सकते हैं
अगर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में और बदलाव होता है, तो इसका असर आने वाले दिनों में भारत के पेट्रोल-डीजल के दामों पर भी पड़ सकता है। हालांकि, सरकारी तेल कंपनियां रोजाना रेट अपडेट करती हैं, इसलिए यह देखना होगा कि आगे कीमतें क्या रुख अपनाती हैं।
इसके अलावा, सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए टैक्स में कटौती कर सकती है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। वहीं, अगर वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होती है, तो भारत में भी कीमतें बढ़ सकती हैं।
अभी क्या करें
अगर आप गाड़ी चलाते हैं और पेट्रोल-डीजल पर आपकी जेब निर्भर करती है, तो रोजाना दाम चेक करना न भूलें। खासतौर पर अगर आप छोटे शहरों में रहते हैं, तो थोड़ा सतर्क रहें क्योंकि वहां कीमतें तेजी से बदल सकती हैं। इसके अलावा, अगर आपको ज्यादा ट्रैवल करना होता है, तो सही टाइम पर टंकी फुल करवा लेना ही समझदारी होगी।
इसके अलावा, फ्यूल की खपत कम करने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं, जैसे कि गाड़ी को जरूरत से ज्यादा न चलाएं, कार पूलिंग करें, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें और गाड़ी को समय-समय पर सर्विस कराते रहें। इससे आपकी जेब पर भी कम असर पड़ेगा और पर्यावरण को भी फायदा होगा।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।