Gold Price Today : 3 फरवरी 2025 को सोने की कीमतों में एक बड़ा बदलाव देखा गया। 2 फरवरी को सोने के भाव ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर लिया था, लेकिन अब 3 फरवरी को इनकी कीमत में कुछ गिरावट आई है। 24 कैरेट सोने की कीमत अब ₹81,000 प्रति 10 ग्राम के करीब आ चुकी है, जो पिछले दिन से ₹1,410 कम है। 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने के दाम भी थोड़ा घटे हैं, और इसने निवेशकों को राहत दी है।
सोने की कीमत में गिरावट का कारण
3 फरवरी को सोने के दाम में जो गिरावट आई, उसके कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहले तो बाजार में थोड़ी स्थिरता आई है, जिससे सोने की कीमतें नीचे आई हैं। दूसरी बात यह कि डॉलर की ताकत में थोड़ी कमी आई है, जिससे रुपये की स्थिति थोड़ी बेहतर हुई है। इसके अलावा, सोने की कीमतों के बढ़ने के बाद बहुत से निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए भी तैयार हो गए थे, जिससे बाजार में अधिक सप्लाई हुई और दाम कम हो गए।
सोने की नई कीमतें
3 फरवरी 2025 को सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
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- 24 कैरेट सोना (प्रति 10 ग्राम): ₹81,000
- 22 कैरेट सोना (प्रति 10 ग्राम): ₹74,000
- 18 कैरेट सोना (प्रति 10 ग्राम): ₹60,000
चांदी की कीमत भी कम हुई
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। 3 फरवरी को चांदी की कीमत ₹92,000 प्रति किलो के आस-पास रही, जो पिछले दिन से ₹550 कम है।
सोने की कीमतों का भविष्य
भले ही सोने की कीमत में फिलहाल गिरावट आई हो, लेकिन बाजार में लगातार अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे सोने की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चल रहे तनाव और मुद्रास्फीति की स्थिति को देखते हुए सोने की कीमतें फिर से चढ़ सकती हैं। सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, और वैश्विक स्थिति को देखकर निवेशक सोने की ओर रुख कर सकते हैं, जिससे मांग बढ़ेगी और कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
सोने में निवेश के तरीके
अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपके पास कई विकल्प हैं:
- फिजिकल गोल्ड: सोने की ज्वैलरी, सिक्के या बार खरीद सकते हैं।
- गोल्ड ईटीएफ (Exchange Traded Funds): यह सोने में निवेश करने का एक अच्छा तरीका है।
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: सरकार द्वारा जारी बॉन्ड जो सोने की कीमत पर आधारित होते हैं।
- डिजिटल गोल्ड: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सोना खरीदा जा सकता है।
इनमें से हर विकल्प के अपने फायदे और नुकसान हैं, इसलिए सोच-समझ कर निवेश करें।
सोने की कीमतों का प्रभाव
सोने की कीमतों में बदलाव से न केवल निवेशकों को फर्क पड़ता है, बल्कि इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है। जब सोने के दाम बढ़ते हैं, तो भारत का आयात बिल बढ़ता है क्योंकि भारत सोने का बड़ा आयातक है। इसके साथ ही मुद्रास्फीति पर भी दबाव बढ़ता है, जिससे अन्य वस्तुओं की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, जब सोना महंगा होता है, तो ज्वैलरी की मांग भी घट सकती है, क्योंकि लोग महंगी ज्वैलरी नहीं खरीद पाते।
खरीदारी करने से पहले ध्यान रखें
अगर आप सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो ये बातें ध्यान में रखें:
- हमेशा हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें
- कीमतों की तुलना करके अच्छे ज्वैलर से ही सोना खरीदें
- बिल और गारंटी कार्ड जरूर लें
- सोने की शुद्धता की जांच करवाएं और डिजिटल भुगतान करें
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आता रहता है, लेकिन अगर आप लंबी अवधि के निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 3 फरवरी को कीमतों में आई गिरावट से फिलहाल निवेशकों को राहत मिली है, लेकिन भविष्य में वैश्विक हालात के अनुसार ये फिर से बढ़ सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।