150 Rupees Note News : आजकल सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ वायरल होता ही रहता है। कभी 500 रुपए के नए नोट की अफवाह उड़ती है तो कभी 1000 रुपए की वापसी की बातें होती हैं। अब एक और नया मामला सामने आया है – 150 रुपए के नए नोट का! लोग इस नोट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि सरकार जल्द ही 150 रुपए का नया नोट जारी करने वाली है। लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है? चलिए जानते हैं पूरा मामला।
क्या सच में आ रहा है 150 रुपए का नोट
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक 150 रुपए के नोट की तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में दिखाया गया है कि यह एक नया करेंसी नोट है, जिसे सरकार जल्द ही जारी करेगी। इस वायरल तस्वीर को देखने के बाद लोग अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं। कोई इसे सही मान रहा है तो कोई इसे महज अफवाह बता रहा है।
लेकिन आपको बता दें कि यह पूरी तरह से फेक न्यूज है। RBI ने इस तरह का कोई नोट जारी नहीं किया है और ना ही ऐसी कोई योजना बनाई है। यह सिर्फ फोटो एडिटिंग का खेल है, जिससे लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
RBI का क्या कहना है
यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया पर फेक नोट की अफवाह फैलाई जा रही हो। इससे पहले भी कई बार 500 और 1000 रुपए के नोटों को लेकर इसी तरह की अफवाहें फैलाई जा चुकी हैं। कुछ दिन पहले यह खबर भी आई थी कि 500 रुपए के नए नोट में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और रविंद्रनाथ टैगोर की तस्वीर होगी, लेकिन RBI ने इसे पूरी तरह से गलत बताया था।
अब जब 150 रुपए के नए नोट की खबरें वायरल हो रही हैं, तो RBI ने फिर से साफ कर दिया है कि इस तरह का कोई नया नोट नहीं आ रहा। केंद्रीय बैंक ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी झूठी खबरों पर विश्वास ना करें और किसी भी आधिकारिक घोषणा के बिना किसी अफवाह को न फैलाएं।
फेक नोट वायरल होने का सिलसिला जारी
सोशल मीडिया पर इस तरह की फेक न्यूज वायरल होना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई बार नोटों को लेकर अफवाहें फैलाई गई हैं। हाल ही में 500 रुपए के नोट पर रतन टाटा की फोटो लगने की खबर भी खूब वायरल हुई थी। कुछ लोगों ने दावा किया था कि रतन टाटा के निधन के बाद सरकार ने उन्हें सम्मान देने के लिए यह फैसला लिया है, लेकिन हकीकत यह थी कि रतन टाटा जीवित हैं और सरकार या RBI की तरफ से इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया गया।
अब 150 रुपए के नए नोट की अफवाह भी उसी तरह की एक कोशिश है, जिसमें फोटोशॉप का सहारा लिया गया है। असल में यह नोट अस्तित्व में ही नहीं है और पूरी तरह से एडिटेड इमेज है।
क्यों फैलती हैं ऐसी अफवाहें
अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस तरह की फर्जी खबरें इतनी तेजी से क्यों फैलती हैं? इसका सबसे बड़ा कारण है लोगों की उत्सुकता और सोशल मीडिया का तेज नेटवर्क। जब कोई ऐसी अनोखी चीज दिखती है, तो लोग बिना उसकी सच्चाई जाने उसे आगे बढ़ा देते हैं।
आजकल व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर खबरें कुछ ही मिनटों में हजारों-लाखों लोगों तक पहुंच जाती हैं। ऐसे में अगर कोई फोटोशॉप से बनाई गई नकली तस्वीर डाल देता है, तो लोग उसे सच मान लेते हैं और आगे शेयर करने लगते हैं।
ऐसे करें अफवाहों की सच्चाई की पहचान
अगर आपको भी किसी नए नोट या करेंसी से जुड़ी कोई खबर मिले, तो तुरंत इसे सच मानने की गलती ना करें। सबसे पहले इन चीजों की जांच करें:
- RBI की आधिकारिक वेबसाइट देखें – अगर सच में कोई नया नोट आ रहा होगा, तो RBI इसकी घोषणा करेगा
- सरकारी समाचार एजेंसियों पर भरोसा करें – PIB (Press Information Bureau), सरकारी न्यूज चैनल या बड़े मीडिया हाउस इस बारे में जानकारी देंगे
- तस्वीरों को ध्यान से देखें – कई बार फोटोशॉप की गई तस्वीरों में गलतियां रह जाती हैं, जैसे अजीब तरह के नंबर, डिजाइन में गड़बड़ियां आदि
- फैक्ट-चेक वेबसाइट्स पर जांचें – Alt News, Boom Live जैसी वेबसाइट्स फेक न्यूज को पकड़ने में माहिर हैं
150 रुपए के नए नोट की खबर सिर्फ एक अफवाह है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है। अगर भविष्य में कोई नया नोट आएगा, तो इसकी जानकारी सीधे RBI द्वारा दी जाएगी, न कि सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए। इसलिए किसी भी वायरल खबर को सच मानने से पहले उसकी जांच जरूर करें।
फिलहाल, 150 रुपए का नोट सिर्फ एक एडिटेड इमेज है, जिसे अफवाह फैलाने के मकसद से वायरल किया जा रहा है। इसे सच मानकर शेयर करने की जरूरत नहीं है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।