100 Rupees Note Ban : भारत में नोटबंदी की चर्चा अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। 2016 में ₹500 और ₹1000 के पुराने नोटों को बंद किए जाने के बाद से ही समय-समय पर अलग-अलग मूल्यवर्ग के नोटों को लेकर अफवाहें उड़ती रहती हैं। 2023 में सरकार ने ₹2000 के नोटों को प्रचलन से हटाने का फैसला लिया, जिससे यह अटकलें तेज हो गईं कि आगे और भी नोट बंद किए जा सकते हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि भारतीय रिजर्व बैंक (यानि RBI) ₹100 के पुराने नोटों को भी बंद करने वाला है। इस दावे के साथ 31 मार्च 2024 की एक डेडलाइन भी दी गई थी। लेकिन क्या वास्तव में ₹100 के नोट बंद हो जाएंगे? आइए, इस दावे की सच्चाई को परखते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ दावा
आज के दौर में सोशल मीडिया पर कोई भी खबर बहुत जल्दी फैल जाती है। हाल ही में ट्विटर (अब X) और अन्य प्लेटफार्मों पर यह खबर तेजी से वायरल हुई कि भारतीय रिजर्व बैंक ₹100 के पुराने नोटों को बंद करने जा रहा है। 20 दिसंबर 2023 को X पर एक पोस्टर शेयर किया गया जिसमें यह दावा किया गया था कि आरबीआई गवर्नर द्वारा ₹100 के पुराने नोट को बंद करने की घोषणा कर दी गई है और नोट बदलने के लिए 31 मार्च 2024 तक का समय दिया गया है। इस पोस्ट में एक ₹100 के नोट की तस्वीर भी थी, जिससे यह अफवाह और भी विश्वसनीय लगने लगी।
क्या सरकार या RBI ने जारी किया कोई आधिकारिक बयान
इस तरह के बड़े आर्थिक फैसले पर सरकार या भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी किया जाता है। जब इस वायरल दावे की जांच की गई, तो पाया गया कि न तो भारत सरकार और न ही आरबीआई ने ऐसा कोई ऐलान किया है। भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस संबंध में कोई प्रेस रिलीज या नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।
RBI के ट्विटर हैंडल ने किया अफवाहों का खंडन
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से स्पष्ट किया कि ₹100 के नोट को बंद करने को लेकर जो अफवाहें चल रही हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं। आरबीआई ने आम जनता से अनुरोध किया कि वे इस तरह की झूठी खबरों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी को ही सही मानें।
₹100 के नोट को लेकर क्या है RBI की मौजूदा नीति
- भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर पुराने और गंदे नोटों को वापस लेता है और उनकी जगह नए नोट जारी करता है
- वर्तमान में ₹100 का नोट चलन में है और इसे बंद करने की कोई योजना नहीं है
- पुराने और कटे-फटे नोटों को बदलने के लिए बैंक में जमा करने की सुविधा दी जाती है, लेकिन यह नोटबंदी से अलग प्रक्रिया होती है
- 2016 में ₹500 और ₹1000 के नोटों को बंद करने के पीछे भ्रष्टाचार और काले धन पर नियंत्रण करने का कारण बताया गया था, लेकिन ₹100 के नोट को बंद करने की कोई ठोस वजह नहीं है
नोटबंदी के बाद क्यों होती हैं ऐसी अफवाहें
2016 में नोटबंदी के दौरान सरकार ने अचानक ₹500 और ₹1000 के नोटों को बंद कर दिया था। इसके बाद 2023 में ₹2000 के नोट को भी प्रचलन से हटाने का फैसला लिया गया। इन घटनाओं के चलते लोगों को लगने लगा कि समय-समय पर नए नोटों को बंद किया जा सकता है। इसी वजह से जब भी किसी मूल्यवर्ग के नोट को लेकर कोई खबर आती है, तो लोग उसे सच मान लेते हैं।
पुराने नोटों का क्या होता है
भारतीय रिजर्व बैंक गंदे, कटे-फटे या बहुत पुराने हो चुके नोटों को धीरे-धीरे प्रचलन से बाहर करता रहता है। इसका यह मतलब नहीं है कि कोई भी मूल्यवर्ग का नोट पूरी तरह से बंद हो जाएगा। अगर कोई नोट चलन से बाहर किया जाता है, तो सरकार और आरबीआई इसकी पूरी प्रक्रिया तय करते हैं और जनता को पहले से सूचित किया जाता है।
आम जनता को क्या करना चाहिए
- सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से बचें – जब भी कोई खबर वायरल होती है, तो पहले उसकी सच्चाई जांचें
- आरबीआई और सरकारी वेबसाइटों से आधिकारिक जानकारी प्राप्त करें – किसी भी वित्तीय बदलाव की जानकारी केवल अधिकृत स्रोतों से ही लें
- बैंकों में जाकर सही जानकारी प्राप्त करें – अगर आपको किसी नोट के प्रचलन को लेकर कोई संदेह है, तो बैंक जाकर सही जानकारी लें
- घबराएं नहीं और अपने नोटों को सुरक्षित रखें – जब तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं होता, तब तक ₹100 के नोट पूरी तरह से मान्य हैं
सोशल मीडिया पर आए दिन अफवाहें फैलती रहती हैं और ₹100 के नोट को लेकर किया गया दावा भी इसी तरह का है। सरकार या भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ऐसा कोई ऐलान नहीं किया गया है कि ₹100 के पुराने नोटों को बंद किया जाएगा। इसलिए, इस तरह की झूठी खबरों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक घोषणाओं पर विश्वास करें। अगर भविष्य में कोई बदलाव होता है, तो आरबीआई खुद इसकी सूचना देगा।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।